दमोह :- ग्रामीण रूट पर चलने वाली यात्री जीप में तो लोग छत पर बैठकर यात्रा कर रहे हैं। इन्हें थोड़ा भी अंदाज नहीं कि यह अनदेखी उनकी मौत का कारण भी बन सकती है। ज्ञात रहे गत दिनों जिलेभर में कई हादसे हुए। जिनमें लोगों की जान तक चली गई। बावजूद न तो आरटीओ के जिम्मेदार अफसर जागे और न पुलिस ने कार्रवाई करना उचित समझा।
जिले में अधिकांश सड़कों की हालत खराब होती जा रही हैं पर इस ओर न तो जनप्रतिनिधियों का ध्यान दे रहे हैं और न ही प्रशासन। कुछ ऐसा ही दृश्य सिग्रामपुर से सेलवाड़ा मार्ग के है जिसकी दूरी लगभग 35 किलोमीटर है।
खबर है कि सिग्रामपुर से पहाड़ी के ऊपर बसे गांव तक आने-जाने के लिये यातायात सुविधा बहुत कम है लोग छोटे वाहन और कमांडर जीप का सहारा लेते है अगर वाहन में जगह न हो तो लोग जीप की छत पर बैठ कर गांव तक जाते है। । ऐसे में यदि संतुलन बिगड़ा तो बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
यहां के ग्राम सांवरा से दोनी ग्राम तक मार्ग खराब हो चुका है और ओवरलोडेड वाहन निकलते रहते हैं इस क्षेत्र के रहवासियों की मजबूरी है जबकि वाहन में क्षमता से अधिक सवारी बैठना मना और अनुचित है। इस क्षेत्र की दुर्दशा जिसे देखकर लगता है कि गाँवों के लिये घोषणाएं और योजनाएं तो बहुत है पर इन्हें धरातल पर आने में अभी समय लगेगा।