बीते दिनों हेल्थ कमिश्नर दमोह जिला अस्पताल के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन जिन निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया जाना था उन सभी जगहों पर दमोह जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन ने ताले डलवा दिए थे। इस पर सागर ज्वाइंट डायरेक्टर ने सिविल सर्जन ममता तिमोरी को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों में जवाब मांगा है.
दमोह – हमेशा अपने काम के तरीकों की वजह से सुर्खियों में दमोह जिला अस्पताल की सिविल सर्जन ममता तिमोरी को ज्वाइंट डायरेक्टर सागार ने नोटिस जारी किया है। दरअसल हेल्थ कमिश्नर और मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के सचिव आकाश त्रिपाठी बीते दिनों दमोह जिला अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्य के निरीक्षण के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने देखा की जिन निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के लिए वे वहां पर पहुंचे हैं, उन पर ताला लगा हुआ है. जिसके बाद संबंधित अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है।
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नोटिस में साफ लिखा है कि इसके पहले भी जिला अस्पताल के दौरे के दौरान महिला और पुरुष वार्ड सहित जिला अस्पताल में फैली गंदगी को लेकर सख्त हिदायत दी गई थी। लेकिन उस पर भी संबंधित अधिकारी (ममता तिमोरी) द्वारा एक्शन नही लिया गया। लगातार लापरवाही के चलते ज्वाइंट डायरेक्टर की तरफ से जारी नोटिस में दमोह जिला अस्पताल की सिविल सर्जन ममता तिमोरी के खिलाफ मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण के तहत कार्रवाई करने की बात कही गई है। नोटिस का जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है.
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गौरतलब है कि इससे पहले 6 अगस्त को हेल्थ कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने जिला अस्पताल का जायजा लिया था। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा था कि जिला अस्पताल में प्रोफेशनल मैनेजमेंट की कमी है। जिला अस्पताल के काम करने के तरीकों और यहां पर पदस्थ डॉक्टर्स के व्यवहार पर निष्पक्ष समाचार पहले भी सवाल उठाता रहा है। जिला अस्तपताल में फैले भ्रष्टाचार, और अधिकारियों की मनमानी की वजह से मरीजों और उनके परिजनों को होने वाली परेशानियों की फैहरिस्त काफी लंबी है।
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