



दमोह : दमोह के अजाक्स थाने में 2003-04 में पदस्थ रहे रिश्वतखोर डीएसपी राजकुमार जायसवाल को लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जिसे जेल भेज दिया गया है।
सागर लोकायुक्त टीआई मंजू सिंह ने बताया कि अजाक्स डीएसपी रहते हुए एक प्रकरण में जयसवाल ने दमोह के डॉक्टर पीतांबर बुधवानी से एक मामले को रफा-दफा करने के एवज में ₹25000 की रिश्वत मांगी थी। उन्होंने लोकायुक्त में शिकायत की थी, जिसके बाद जयसवाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। दमोह न्यायालय में मामला चला और 2007 में उसे सजा सुनाई गई।
जयसवाल ने इसके बाद हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट मैं अपनी सजा माफ कराने के लिए केस लगाया, जहां पर 2017 में उसकी एक वर्ष की सजा कम कर दी गई थी। उस समय जयसवाल जमानत पर था और इसी दौरान वह फरार हो गया। तब से लेकर अभी तक वह फरार था। कुछ दिन पहले ही लोकायुक्त पुलिस को खबर मिली कि जयसवाल भोपाल में छिपा हुआ है।
उन्होंने एक टीम गठित की और उसे गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसे दमोह न्यायालय में पेश किया गया और जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।