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तार तार होते सपनों से आहत, किसान ने उठाया आत्मघाती कदम

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उधर रामबाई ने आग से जली फसलों का 100% मुआवजे दिलाने का किया दावा

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रामबाई गोविंद सिंह

दमोह :- क्षेत्र के खेतों की फसलों में आग लगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। पूरे साल खून पसीना एक कर फसल उगाने वाले किसान के सारे सपने तब तार-तार हो जाते हैं, जब उसे यह पता चलता है कि फसल का मुआवजा भी नहीं मिलेगा। इससे उसके सारे साल का बजट बिगड़ जाता है। अगली फसल के लिए खाद-बीज के लिए इंतजाम करना भी मुश्किल हो जाता है। जिले में आग से फसल नष्ट हो जाने के कारण एक किसान के जहर पीकर आत्महत्या करने का मामला भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक के खेत में लगी फसल बीती रात जलकर राख हो गई थी।

जानकारी के अनुसार, मामला नोहटा थाना के चलोद टपरिया गांव का है, जहां बुधवार रात किसान वेड़ी अहिरवार के खेत में तैयार फसल में अचानक आग लग गई। जब तक आगजनी पर काबू पाया जाता तब तक सब कुछ खाक हो गया था। किसान की फसल और पशु चारा जलकर राख हो गया। इसके गम में उसने जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। किसान वेड़ी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि अब तक जिले में अलग-अलग करीब दर्जन भर स्थानों में लगभग 250 एकड़ से भी अधिक की फसल जल चुकी है। जिससे किसानों के चेहरे पर निराशा छाई हुई है।

यही हाल पथरिया क्षेत्र का है स्थानीय विधायक रामबाई सिंह परिहार ने खेतों पर जाकर किसानों से चर्चा की और राजस्व विभाग के अधिकारियों और ग्राम कोटवार और किसान भाइयों के साथ पहुंचकर मौके का मुआयना किया। हर साल फसली सीजन में सैंकड़ों किसानों की फसल आगजनी की भेंट चढ़ जाती है और किसान मुआवजे के लिए अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटते रहते हैं। कभी बिजली विभाग तो कभी कृषि विभाग कार्यालय के चक्कर काटने पर भी उन्हें राहत नहीं मिलती है।

पथरिया क्षेत्र के ग्राम किन्द्रहो, झागरी, खिरिया और आसपास के अनेक गांव के खेतों में बोई गेहूं की फसल आग में जलकर खाक हो गई। गेंहू फसल की कटाई मार्च-अप्रैल माह में गर्मियों में होती है और इन दिनों में तेज हवाएं भी चलती है। इसके चलते जगह-जगह आगजनी की घटनाएं होती हैं। आगजनी होने पर जब तक दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचती हैं, तब तक सब कुछ खाक हो जाता है। किसानों की सैंकड़ों एकड़ की फसल और पशु चारा जलकर राख बन जाता है।

रामबाई ने बताया कि बिधानसभा क्षेत्र के कुछ गाँव में किसानो की करीब 200 एकड़ के खेतों में तैयार फसल जलाकर राख हो गई उन्होंने किसानों को विश्वास दिलाया कि उनकी फसल का 100 फीसदी मुआवजा दिलाया जायेगा इसके लिए उन्होंने कृषि मंत्री और जिला कलेक्टर से बात भी की है। साथ ही यह भी कहा कि अगर किसी किसान के पाइप या ट्रैक्टर के टायर डोरी या फिर और जो भी नुकसान हुआ है पूरा पूरा मुआवजा दिलाया जाएगा।

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