दमोह–पिछले महीने जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी सुनीता यादव के द्वारा जारी किया गया एक पत्र इन दिनों दमोह के हॉकी प्रेमियों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल विगत माह सचिव हॉकी संघ दमोह के एक पत्र के जवाब में सुनीता यादव (जिला अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण विभाग दमोह) ने पत्र जारी किया था जिसमे उन्होंने न्यूनतम 22 सीनियर खिलाड़ियों से 150 रुपए प्रति खिलाड़ी के मान से शुल्क प्रतिमाह कार्यालय में जमा करने और कोविड–19 महामारी को लेकर कुछ अन्य शर्तों के साथ हॉकी एस्ट्रोटर्फ में खेलने की अनुमति देने की बात कही थी। जिससे हॉकी खिलाड़ी निराश हो गए और 150 रुपए प्रतिमाह जमा करने में असमर्थता बताई।
एक ओर सम्पूर्ण भारत में खेल प्रतिभा को निखारने लगातार प्रयास किए जाते है। वही दमोह खेल युवा कल्याण विभाग के रवैया खिलाड़ी काफी नाराज है और सभी खिलाड़ी भाजपा जिला अध्यक्ष के पास पहुंचे और अपनी बात रखी, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही खेलमंत्री से बात करके समस्या का समाधान करने की कोशिश करुंगा। अगर ऐसा आदेश प्रदेश स्तर से जारी हुआ है तो इसमें संशोधन करने की बात रखूंगा। उन्होंने कहा जिले के अधिकारियों से ऐसा आदेश जारी हुआ है तो कलेक्टर दमोह से इसमें सुधार करने की बात कहूंगा।
विदित हो कि पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया के प्रयास से करीब 5 करोड़ रुपए की लागत से संभाग का पहला हॉकी टर्फ मैदान का निर्माण कार्य किया गया था, जिसका उद्देश्य था कि इसमें हॉकी खिलाड़ियों को अभ्यास करने की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो, लेकिन विभाग के इस आदेश ने हॉकी खिलाड़ियों का मनोबल को गिराया है।
इस संबध ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग की जिला अधिकारी सुनीता यादव का कहना है कि प्रदेश में जहां जहां टर्फ बना हुआ है हर जगह ऐसे आदेश जारी हुए है, अधिकारियों से चर्चा करने के बाद ही दमोह में आदेश जारी किया गया है।