ट्रैफिक जाम के चलते, चालक ने रूट बदला और हो गया हादसा
खटारा बस को फिटनेस का प्रमाण पत्र देने वाले आरटीओ की भूमिका पर उठे सवाल
ननकू यादव- निष्पक्ष समाचार
सीधी :- खस्ताहाल सड़कें, ट्रैफिक जाम, बिना इजाजत बस का परिचालन और नतीजा मंगलवार सुबह-सुबह बड़ा हादसा। ऐसा हादसा जिसमें युवाओं का सपना ही नहीं कुचला बल्कि 47 लोगों की जान चली गई। 47 इसलिए कि अब तक इतने शव निकाले जा चुके हैं। अभी रेस्क्यू आपरेशन जारी है।
बताया जा रहा है कि यात्रियों से भरी बस MP 19P 1882 बाणसागर नहर में गिर गई है। इस बस में सवार यात्रियों में से अब तक 47 शव नहर से निकाले जा चुके हैं, जिनमें महिला, पुरुष व बच्चे का शव भी शामिल है। रेस्क्यू टीम ने बड़ी मुश्किल से 7 लोगों को सुरक्षित निकाला है जिनकी हालत भी गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद ड्राइवर खुद तैरकर बच निकला। फिलहाल उसे हिरासत में ले लिया गया है। जानकारी के मुताबिक बस में करीब 54 यात्री सवार थे।
जानकारों का कहना है कि यह हादसा रूट बदलने के चलते हुआ। अगर परिहार ट्रैवल्स की यह बस अपना रूट न बदलती तो लोगों की जान नहीं जाती। बताया जा रहा है कि छुहिया घाटी से होकर बस रोजाना सतना के लिए जाती थी। मंगलवार की सुबह ट्रैफिक जाम के चलते ड्राइवर ने बस का रूट बदलकर नहर का रास्ता पकड़ा और यह हादसा हो गया।
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खस्ताहाल सड़क
सीधी से सतना के बीच चलने वाली बसें सुबह के समय अकसर खाली हो जाती हैं। मंगलवार को रेलवे एनटीपीसी का एग्जाम था। रीवा और सतना में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 32 सीटर बस में ज्यादातर युवा ही थे, वो परीक्षा देने रीवा और सतना जा रहे थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नेशनल हाईवे-39 स्थित छुहिया घाटी में जगह-जगह गड्ढे और पत्थर होने के कारण हमेशा जाम लगा रहता है। वाहन घंटों जाम में फंसे रहते हैं। यही वजह है कि चालक ने बस को जल्दी ले जाने के चक्कर में रूट बदला जिसका नतीजा 47 लोगों की मौत हो गई। सात युवाओं को बचाया जा सका है। इन सात लोगों में से कुछ को रीवा और कुछ को सतना भेजा गया है। इनके अभिभावक बस के अंदर थे। उनके शव निकाले जा रहे हैं।
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इस जाम के चलते चालक ने बदला रूट
पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शशांक सिंह ने कहा कि बस की परमिशन नहीं थी फिर भी दौड़ रही थी। ये लापरवाही सतना आरटीओ की है। खटारा बस को फिटनेस का प्रमाण पत्र देने वाले परिवहन अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होगी और आपराधिक मामला दर्ज भी हो सकता हैं। रीवा जोन आईजी उमेश जोगा, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, एसपी सीधी पंकज कुमावत, एसपी रीवा राकेश सिंह सहित भारी पुलिस बल और कलेक्टर सीधी सहित प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद हैं।
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प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। उधर पीएम रिलीफ फंड से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।