



नए कृषि बिल का कड़ा विरोध करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को स्थानीय घंटाघर पर प्रदर्शन किया और नए बिल को वापिस लिए जाने की मांग की है। साथ ही इस बिल को किसान विरोधी बताया है। बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने घंटाघर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की और शंख थाली व ताली बजकर बिरोध जताया।
दमोह- केन्द्र सरकार द्वारा लाये गए 3 कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर जिला किसान कांग्रेस के आवाहन पर कांग्रेस ने घंटाघर पर ताली थाली, शंख बजाकर प्रदर्शन किया। किसान कांग्रेस अध्यक्ष नितिन मिश्रा, जिला संगठन प्रभारी कल्लन जैन, सेवादल अध्यक्ष वीरेन्द्र ठाकुर, शहर अध्यक्ष यशपाल ठाकुर सभी ने किसानों के हितों की मांग की और सरकार से किसान बिरोधी बिल को वापिस लेने की बात कही।
नितिन मिश्रा ने बताया कि करीब दिनों से किसान भीषण ठंड में आंदोलन कर रहे है और सरकार है कि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है जिसे आज थाली शंख ताली बजाकर कुम्भकर्णी निद्रा से जगाने का प्रयास किया है।
युवक कांग्रेस अध्यक्ष मंजीत यादव, रजनी ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले हर भारतवासी के खातों में 15 लाख रूपये व हर वर्ष 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के झूठे सपने दिखाए और सत्ता तो हासिल की परन्तु आज देश में बेरोजगारी मंहगाई चरम पर है।
यह भी पढ़ें -: शहर में चौराहों चौराहों पर बिक रहे माँस मटन की दुकानें बंद हों
युवा नेता अभिषेक डिम्हा ने कहा कि तानाशाही तरीके से किसानों पर थोपा गया किसान विरोधी बिल केंद्र सरकार शीघ्र वापिस ले। उन्होंने कहा की केंद्र सरकार की वजह से ही किसान सड़कों पर हैं जिसके कारण देश को भी नुकसान हो रहा है जो कि किसानों व आम जनमानस के साथ घोर अन्याय है।
सरवर पठान का कहना है की यह बिल किसान बिरोधी है इससे किसानो को फायदा कम नुकसान ज्यादा है सरकार किसानों के हित में फैसला नहीं ले रही इससे आम जनता को भी परेशानी हो रही है। केंद्र सरकार की गलत नीतियों की बजह से महंगाई बढ़ गई है। गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने की साथ पट्रोल डीजल के दाम भी बढ़ गए हैं। सरकार को किसानो की समस्या का हल शीघ्र करना चाहिए।
यह भी पढ़ें -: अजीबो गरीब जुर्माना- भैस ने किया गोबर, मालिक पर दस हजार रूपये का जुर्माना
प्रदर्शन के दौरान पवन गुप्ता, राजा रौतेला, रमेश राठौर, पप्पू कसौटिया, शमीम कुरैशी, दिनेश रैकवार, विजय मिश्रा, सौरभ अयाची, अरूण दुबे, गोपाल रैकवार, सैय्यद रजा, मोहसिन, अजय जाटव, राजा, चंद्रशेखर राय, सुभाष अहिरवाल, परसू अहिरवाल, मोहन अठ्या के साथ अनेक काग्रेसजनों की उपस्थिति रहीं