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वाटर सिक्योटिरी प्लान से जुडें सभी योजनाओं का क्रियान्वयन प्राथिमिकता से करें- कलेक्टर

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दमोह- ग्राम पंचायतों के तैयार किये गयें WSP मे सभी विभागों की योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु प्राथमिकता से कार्य किया जाये, अटल भूजल योजना का उदे्दश्य भूजल को रिर्चाज करना है, जो बनाये गये प्लान के सही क्रियान्वयन से संभव है। इस आशय के निर्देश कलेक्टर एस.कृष्ण चैतन्य की अध्यक्षता में आयोजित जिला परियोजना प्रबधंक इकाई की बैठक में व्यक्त किये। इस मौके पर अटल भूजल योजना अंतर्गत 39 ग्राम पंचायतों के वाटर सिक्योटिरी प्लान जिनका अनुमोदन विशेष ग्राम सभाओं के द्वारा किया गया उन सभी 39 ग्राम पंचायतों के WSP का अुनमोद कलेक्टर एस.कृष्ण चैतन्य द्वारा किया। कार्यो का प्रतिवेदन नोडल अधिकारी अमर सिंह राजपूत द्वारा प्रस्तुत किया । जिला क्रियान्वयन इकाई द्वारा किये गये कार्यो का प्रतिवेदन जिला समन्वयक जन अभियान परिषद सुशील नामदेव द्वारा किया।

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म.प्र. जन अभियान परिषद् जिला समन्वयक सुशील नामदेव ने बताया देश के लगातार गिरते भूजल स्तर और भूजल के प्रति बढ़ती निर्भरता के कारण आज देश के अनेक जिला विकासखंड और ग्राम भूजल के अति दोहन की स्थिति में आ गए हैं।  बुंदेलखंड क्षेत्र के 6 जिलों के 9 विकास खंडों की 672 पंचायतें भूजल का सर्वाधिक दोहन कृषि कार्य एवं अन्य घरेलू उपयोग के लिए कर रहे हैं, जिस कारण से इन क्षेत्रों का भूजल स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है। गिरते भूजल स्तर के प्रबंधन की दृष्टि से अटल भूजल योजना का शुभारंभ किया गया है। दमोह जिले की विकासखंड पथरिया के गिरते जलस्तर के कारण पथरिया की 62 ग्राम पंचायतों को इस योजना के लिए चिन्हित किया गया हे। इस योजना के अंतर्गत समुदाय की सहभागिता से अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र के भूजल प्रबंधन का कार्य किया जायेगा। इस योजना का सही क्रियान्वयन लोगों की सहभागिता और स्वीकृति के बाद ही हो पाना संभव है।

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उन्होंने बताया क्रियान्वयन हेतु प्रथम चरण में पथरिया विकासखंड की 62 ग्राम पंचायतों में से 38 ग्रामपंचायतों का चयन कर कार्य प्रांरभ किया गया जिसके अंतर्गत सभी ग्रामपंचायतों में  विभिन्न जागरूकता बैठकों के माध्यम से समुदाय को जागरूक कर उनकी सहभागिता और स्वीकृति के आधार पर ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सहयोग से वाटर सिक्योरिटी प्लान तैयार किया गया है। वाटर सिक्योरिटी प्लान तैयार करने के पूर्व सर्वप्रथम ग्राम पंचायत स्तर पर सामुदायिक कार्यकर्ता द्वारा ग्राम पंचायत में निर्मित सभी प्रकार की जल संरचनाओं का मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वे और उनकी जियो टैगिंग का कार्य पूर्ण किया गया है। 

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सर्वे कार्य के बाद ग्राम की जनसंख्या पशुधन और कृषि हेतु पानी की मांग और ग्राम पंचायत क्षेत्र में पानी की उपलब्धता के अंतर को दृष्टिगत रखते हुए मांग और आपूर्ति प्रबंधन करते हुए जल सुरक्षा योजना का निर्माण किया गया है ।  वाटर सिक्यूरिटी प्ला्न अंतर्गत लिये गयें कार्यो का क्रियान्वयन केन्द्र और प्रदेष कि संचालित योजनाओं के कन्वर्जेंस से किया जाना है । इन योजनाओं में कृषि विभाग उद्यानिकी एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की जल संरक्षण से संबंधित योजनाएं प्रमुख हैं । ग्राम पंचायत स्तर पर तैयार वाटर सिक्योरिटी प्लान का अनुमोदन 15 से 18 अगस्त 2021 तक एवं 11 सितम्बर 2021 को आयोजित विशेष ग्रामसभाओं के द्वारा किया गया है।

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बैठक में वन मडण्ल अधिकारी दमोह, कार्यापालन यंत्री ग्रामीण यंत्रीकी सेवा, उप संचालक पशु चिकित्सा, उप संचलाक कृषि, उप संचालक उद्यानिकी, पी.एच.ई., जिला योजना अधिकारी एवं जनपद पंचायत पथरिया, तहसील कार्यालय पथरिय के अधिकारी उपस्थित रहें।

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