



दमोह – स्वदेशी के नाम पर देश भर में बिकने वाले पतंजलि उत्पादों पर सवाल खड़े होते रहे हैं, पूर्व में गुणवत्ता और एक्सपायरी डेट के मामले में पतंजलि के उत्पाद कटघरे में आते रहे हैं। अब पतंजलि के गाय का घी भी मिथ्याछाप पाया गया है। यानि जो बाते उस उत्पाद के बारे में बताई जाती है वो गुणवत्ता उसमें नहीं है।
यह खुलासा बीते दिनो राज्य प्रयोगशाला से आई एक रिपोर्ट में किया गया है। अब पंतजलि गाय का घी के विक्रेताओं पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 52 के तहत कार्रवाई की जाएगी। अपर कलेक्टर एवं निर्णय अधिकारी नाथूराम गौड़ ने 4 अनावेदकों पर 60 हजार रूपये अर्थदंड अधिरोपित किया है।
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अपर कलेक्टर ने अनावेदक श्याम सुंदर माखीजा पिता किशन चंद माखीजा प्रो. किशन ट्रेडर्स, बाराद्वारी दमोह, मेसर्स सेठ प्यारेलाल एंड संस बकौली चौक दमोह, मेसर्स मां कृपा इंटरप्राईजेस, जयराज वर्धन वेयर हाउस, पुरैना चौराहा, खिरियाकलां जबलपुर तथा मेसर्स पंतजलि आयुर्वेद लिमिटेड युनिट-5 गेट नं. 05, अहमदनगर, औरंगाबाद रोड, कढ़ता फाटा, तहसील नेवासा, जिला अहमदनगर महाराष्ट्र सभी पर अलग-अलग, 15-15 हजार रूपये का अर्थदंड अधिरोपित किया है।
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अपर कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि अधिरोपित शास्ति की राशि चालान द्वारा शीर्ष 0210-चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य 04 लोक स्वास्थ्य 104 शुल्क एवं दण्ड आदि 05 खाद्य एवं औषधि नियंत्रण में जमा कराकर चालान की एक प्रति अपर कलेक्टर एवं न्याय निर्णयन अधिकारी के न्यायालय में प्रस्तुत करें। क्रय की गई सामग्री को अपील अवधि पश्चात विनष्टिकरण किये जाने हेतु आदेशित किया गया है। अधिरोपित शास्ति की राशि 15 दिवस में जमा किये जाने हेतु निर्देश दिये गये है। नियत समयावधि में राशि जमा नहीं किये जाने पर अधिनियम की धारा 96 के तहत भू-राजस्व की बकाया की भांति बसूल की जायेगी।