गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह दमोह जिले के बांसा तारखेड़ा गांव पहुंचे जहां पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। सभा स्थल पर हजारों की संख्या में लोग मुख्य मंत्री को सुनने व देखने के लिए पहुंचे।
दमोह। कोरोना वायरस चुनाव वाले इलाकों में नहीं आता, नेताओं को कोरोना नहीं हो सकता इस प्रकार की ढेर सारी मजेदार और चुटीली बातें सोशल मीडिया पर आए दिन सुनने-पढ़ने को मिलती रही हैं। लेकिन अब इन्हीं बातों को साकार करने का जिम्मा सूबे के मुखिया सीएम शिवराज सिंह ने अपने कांधों पर उठा लिया है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि सीएम शिवराज के गुरुवार को किए गए अजीबो गरीब काम कह रहे हैं।
सीएम शिवराज ने कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझते हुए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और इसी बैठक में साप्ताहिक लॉकडाउन का फैसला लिया गया। इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि लोगों को कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। लेकिन आश्चर्य तब हुआ जब वे दमोह उपचुनाव के लिए कांग्रेस के बागी और बीजेपी से विधायक उम्मीदवार राहुल सिंह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे।
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दमोह से पूर्व कांग्रेस विधायक राहुल लोधी के बीजेपी में शामिल होने से खाली हुई दमोह लोकसभी सीट पर 17 अप्रैल को मतदान होने हैं। यह सीट निर्णायक दृष्टि से कोई महत्व नहीं रखती लेकिन इस सीट को जीतना अब बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गया है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख पास आ रही वैसे-वैसी दोनों दलों के प्रमुख नेताओं का जमावड़ा भी दमोह जिले में देखने को मिल रहा है। दोनों ही दल के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल सिंह को खूब खरी खोटी सुनाई और राहुल की बगावत के लिए क्षेत्र की जनता से माफी मांगी। कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए कहा कि “इन दिनों सीएम शिवराज हाथ में नारियल लिए घूम रहे हैं जहां मौका मिलता वहां फोड़ देतें हैं और उसके बाद भूल जाते हैं।”
गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह दमोह जिले के बांसा तारखेड़ा गांव पहुंचे जहां पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। सभा स्थल पर हजारों की संख्या में लोग मुख्य मंत्री को सुनने व देखने के लिए पहुंचे। सीएम शिवराज सिंह सभा को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा और मंच से ही कमलनाथ पर विकास के नाम पर दमोह के साथ भेदभाव रखने का आरोप लगाया और कहा कि जो मेडिकल कॉलेज दमोह के लिए स्वीकृत हुआ था उसे वे छिंदवाड़ा ले गए इतना ही नहीं उन्होंने छतरपुर में ढाई साल पहले स्वीकृत हुए मेडिकल कॉलेज को भी छिंदवाड़ा ले जाने के आरोप पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर लगाए।
सभा को संबोधित करने के बाद जैसे ही लोग वापस दमोह लौट रहे थे तो ग्राम सिहोरा पड़रिया के लोगों ने खाली डिब्बे सड़क पर रखकर दोनों तरफ का रास्ता रोक लिया और पानी की मांग करने लगे। ग्रामीणों का कहना था कि लगभग 900 लोगों की आबादी वाले गांव में पानी की भीषण समस्या है और जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहे। ग्रामीणों ने मार्ग पर पानी नहीं तो वोट नहीं के बैनर भी लगा रखे थे। रास्ता रोकने से वाहनों की लंबी कतार लग गई और भूपेंद्र सिंह( नगरीय प्रशासन मंत्री) का वाहन भी काफी देर तक रुका रहा और पूर्व मंत्री को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। भूपेंद्र सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि जिले में अभी अधिसूचना जारी है, गांव में भारी जल संकट की जानकारी मिली है, इसे बेहतर करेंगे। वहीं बीजेपी प्रत्याशी राहुल लोधी जनता से नजरें चुराते हुए कुछ दूर पैदल फिर एक अन्य वाहन से निकल गए और यह नजारा कैमरे में कैद हो गया।