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खबरदार: अगर कोई जूता, चप्पल पहनकर बूथ के 100 मीटर क्षेत्र में दिखा..वैभव के नए पैंतरे से पड़ जाएंगे पांव में फफोले

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 नारद की नजर दमोह उपचुनाव पर
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दमोह उपचुनाव 2021

       भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के साथ सरकार और उनके पूरे संगठन को टेंशन देने चप्पल चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ रहे वैभव सिंह ने रविवार को एक नया पैंतरा फंसा दिया है। उनके इस पैंतरे से केंद्रीय चुनाव आयोग से लेकर राज्य चुनाव आयोग को मंथन और चिंतन के लिए विवश होना पड़ेगा। 

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        नारद ने अपनी दिव्य दृष्टि से पहले ही बता दिया था कि कानूनी रूप से मास्टर माइंड वैभव सिंह लोधी का चुनाव में खड़े होने का मकसद यही है कि वह रोज एक नया पैंतरा फंसाकर देश दुनिया के साथ सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगे। अब उनका नया पैंतरा यह है कि दमोह विधानसभा उपचुनाव में उन्हें चप्पल चुनाव चिह्न मिला है, वहीं दूसरे निर्दलीय उम्मीदवार को जूता चुनाव चिह्न दिया गया है।

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       चुनाव आयोग की आचार संहिता है कि मतदान केंद्र से 100 मीटर दूरी पर कोई भी प्रत्याशी का चुनाव चिह्न किसी भी रूप में प्रदर्शित नहीं हो सकता है। अब यह नियम है तो सभी को पालन करना चाहिए। इस नियम की ओर चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित कराने वाले वैभव सिंह ही हैं, जिन्होंने रविवार को रिटर्निंग ऑफीसर को संबोधन कर एक आवेदन देकर चुनाव आयोग को उसके इस आदेश की ओर ध्यान आकर्षित कराया है। साथ ही खबरदार किया है कि यदि इसका उल्लंघन किया तो चुनाव याचिकाएं लगेंगी और उपचुनाव निरस्त हो सकता हैं। 

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      इधर जिला निर्वाचन कार्यालय में पत्र आने के बाद भारत निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग मंथन के लिए विवश हो सकता है। अब जिला निर्वाचन अधिकारी चुनाव आयोग के नए दिशा निर्देशों का इंतजार में होंगे। 

वैभव का यह पैंतरा होगा मास्टर स्ट्रोक :– नारद ने पहले ही अपने दिव्य ज्ञान से बताया था कि वैभव का हर दिन का पैंतरा मास्टर स्ट्रोक साबित होगा। अब उन्होंने यह पैंतरा चला है जिसमें यदि चुनाव आयोग ने जूता चप्पल पर कोई दिशा निर्देश नहीं दिए तो वैभव हाइकोर्ट के अधिवक्ता हैं वह पूरे चुनाव को निरस्त कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाने में पीछे नहीं हटेंगे। अब उनका चुनाव लडऩे से इस पर जोर होगा कि बूथ के 100 मीटर के दायरे में चुनाव चिह्न पहनकर कौन अंदर जा रहा है और कौन बाहर निकल रहा है। 

जूता, चप्पल उतारने पर पड़ेंगे छाले :– चुनाव आयोग यदि अपने ही पांव अपने ही गले में फंसा हुआ मानकर इससे छुटकारा के लिए कोई आदेश जारी करता है और चुनाव चिह्न जूता व चप्पल 100 मीटर से बाहर उतारे जाएंगे तो इस बार निश्चित है, मतदाता, पोलिंग पार्टी, पुलिस बल के साथ नारद रूपी मीडिया के पांव में छाले अवश्य पडऩे वाले हैं। क्योंकि तापमान 40 के पार जा रहा है, 17 अप्रेल तक 43 से 44 के आसपास पहुंचने की उम्मीद है, सुबह 9 बजे से ही सड़क या खुले फर्श पर पांव रखना भी दुश्वार हो जाता है, अब ऐसे दौर में यदि पांव में चप्पल व जूता नहीं होगा तो पांव में फफोले पडऩे से कोई नहीं रोक सकता है।

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