दमोह जिले में हाल ही मे हुआ पंचायत चुनाव में जमकर पैसों का नेल-देन हुआ। यहां पर कांग्रेस की रंजीता पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई हैं। चुनाव के शुरुआत में ही जनपद पंचायत सदस्यों के खरीद-फरोख्त की बात सामने आ रही थी। कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर सदस्यों को पैसों के दम पर अपने पक्ष में वोट कराने के आरोप लगा रहे थे। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो दमोह जिले के दतला गांव का बताया जा रहा है। इस वीडियो में दमोह जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हारने के बाद पंचायत सदस्यों को पैसे में खरीदने वाले चुनाव हारने पर पैसे वापस करने की मांग कर रहे हैं।
पैसे देकर अपने पक्ष में वोट कराने में फेल रहे नेता जिल पंचायत सदस्यों को 20 लाख रुपए देने की बात कह रहे हैं। इसमें उपाध्यक्ष पद को लेकर भी सौदेबाजी की बात कही जा रही है। पैसे वापसी के लिए बाकायदा पंचायत बुलाई गई और लाखों रुपए के सौदेबाजी पर खुलकर चर्चा हुई। राजनीति यह दृष्य लोकतंत्र की हत्या के लिए काफी है। जहां पर जनता के वोट से चुनकर जिला पंचायत की सीढ़ी चढ़ने वाले नेता खुलेआम पैसे देकर वोट देने की बात कह रहे हैं। साथ ही एक पार्टी के अलावा दूसरे दल से मिले ऑफर की बात कह रहे हैं। इस पूरी पंचायत किसी ने वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
जिला पंचायत सदस्य ऋषि लोधी द्वारा लगाई गई पंचायत में केबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त दमोह से कांग्रेस के पूर्व विधायक जो अब बीजेपी दल के नेता राहुल सिंह लोधी को पंच बने हुए नजर आ रहे हैं। जिनकी मौजूदगी में ऋषि लोधी ने दूसरे जिला पंचायत सदस्य दृगपाल लोधी को दिए लाखों रुपए वापिस मांगने की गुहार लगाई, यही नहीं उन्होंने दृगपाल लोधी पर ब्लैक मेल कर पैसे ऐठने की बात भी कही। बताया जा रहा है कि इस पंचायत का उद्देश्य यही है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव हार जाने पर ऋषि लोधी द्वारा दृगपाल लोधी से वोट के लिए दिए अपने लाखों नोट वापिस दिए जाएं। जिसके लिए लोधी समाज के अनेक वरिष्ठ लोगों को बुलाया गया।
जहां चुनाव में किस तरह से लेन देन होता है किस तरह लाखों रुपए देकर वोट हासिल की जाती है सारी परते खोली गई। यही नहीं जिला पंचायत सदस्य ऋषि लोधी ने यह भी बताया कि किस तरह जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद रंजीता पटेल पति कांग्रेस नेता गौरव पटेल और उपाध्यक्ष डॉ. मंजू देवलिया के पति धर्मेंद्र कटारे के बीच रिवाल्वर की नोक पर समझौता हुआ। समाज विशेष की पंचायत हुई बातचीत का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जो दमोह के हर चौक चौराहे पर चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन पंचायत के इस वायरल वीडियो से स्पष्ट हो गया है कि जिले के अनेक नेता किस तरह नोट लेकर अपना वोट बेचते हैं, और फिर जब पूर्व विधायक राहुल सिंह के दल बदलने और पैसे लेने के आरोपों की चर्चा हुई तो वह बस इतना ही कहते रहे “हमाई छोड़ो–हमाई छोड़ो”…!