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परियोजना अधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण कर जारी किये गये निर्देश

निष्पक्ष समाचार दमोह : परियोजना दमोह शहरी अंतर्गत कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान कंटेंटमेंट क्षेत्र के बाहर आंगनवाड़ी केंद्रों की सेवा प्रदायगी हेतु आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। परियोजना अधिकारी सुलेखा ठाकुर ने बताया आंगनबाड़ी सेवा के पात्र हितग्राहियों को सेवा प्रदायगी सुनिश्चित करने हेतु पर्यवेक्षक को सघन पर्यवेक्षण व निगरानी करने हेतु निर्देशित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि दमोह शहरी परियोजना अंतर्गत 101 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हैं, सभी आंगनवाड़ी केंद्रों हेतु रोस्टर तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षकों द्वारा निरीक्षण किए जाते हैं, यह रोस्टर इस प्रकार तैयार किया गया है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया जा सके सभी पर्यवेक्षकों द्वारा इस कारण से सघन निरीक्षण किए जा रहे हैं।

इसी तारतम्य में परियोजना अधिकारी द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र 58, 101, 69, 70 निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के आधार पर सभी आंगनवाड़ी केंद्रों मैं आवश्यक सुधार किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को सुरक्षात्मक उपाय अपनाने हेतु कहा गया। उन्हें बताया गया कि केंद्र संचालन के दौरान मास्क का उपयोग अनिवार्यता करें, शारीरिक दूरी बनाए रखें व बार-बार हाथ धुलाई की प्रक्रिया अपनाएं।

साथ ही कार्यकर्ताओं को पूरक पोषण आहार वितरण के दौरान भी सुरक्षात्मक उपाय यथा मास्क का उपयोग, हाथ धुलाई की निरंतरता, स्वच्छता ,बर्तनों की साफ सफाई व अन्य आवश्यक साफ सफाई शारीरिक दूरी आदि मानकों का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्हें बताया कि नाश्ता तथा भोजन छोटे-छोटे समूह में सामाजिक दूरी हाथ की स्वच्छता आदि मापदंडों को पालन करते हुए पूरक पोषण आहार की सेवा प्रदान करना है।

आंगनवाड़ी केंद्रों पर समूह द्वारा निर्धारित मेन्यू अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन नाश्ता प्रदाय करने हेतु समूह अध्यक्ष से केंद्र पर चर्चा की गई, साथ ही उन्हें भोजन में अनाज विविधता मिलेट्स आदि के प्रयोग करने हेतु भी बताया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को केंद्र पर ग्रोथ मॉनिटरिंग सत्रों का आयोजन छोटे-छोटे समूह में रोस्टर बनाकर करने हेतु कहा गया, जिसमें कोविड-19 के मानकों का पूर्णता पालन किया जाये, गंभीर कुपोषित बच्चों के एकीकृत प्रबंधन हेतु बच्चों की स्क्रीनिंग उनको चिकित्सीय जांच उपलब्ध कराना, साथ ही गंभीर कुपोषित बच्चों की सूची केंद्र पर चस्पा करने हेतु समझाया गया।

आंगनवाड़ी केंद्र पर 5 बच्चों का समूह बनाकर रोस्टर तैयार कर कोविड-19 के मानकों का पालन करते हुए अनौपचारिक शिक्षा प्रदान करने हेतु भी बताया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पूरक पोषण आहार वितरण, ग्रोथ मॉनिटरिंग व गंभीर कुपोषित बच्चों के एकीकृत प्रबंधन हेतु आंगनवाड़ी केंद्र मैं व्यवस्थित अभिलेख संधारण हेतु निर्देशित किया गया। आंगनवाड़ी केंद्रों के पर्यवेक्षण व निगरानी के दौरान यदि अभिलेख अपूर्ण पाए जाते हैं तो पर्यवेक्षकों द्वारा नियमानुसार कार्यवाही प्रस्तावित करने हेतु कहा गया।

परियोजना अधिकारी द्वारा बताया गया कि आंगनवाड़ी केंद्रों में लापरवाही पाए जाने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी सहायिका के मानदेय में कटौती की जाती है परंतु इस प्रकार की लापरवाही की निरंतरता पाए जाने पर एक पक्षीय कार्रवाई करते सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जावेगी सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इस हेतु पूर्व में ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं आंगनबाड़ी सेवा की पहुंच प्रत्येक हितग्राही तक सुनिश्चित करने हेतु सभी पर्यवेक्षकों को भी सघन पर्यवेक्षण व निगरानी करने हेतु निर्देशित किया गया।

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