



दमोह : शकुनि के पासे में फंसकर धर्मराज युधिष्ठिर सब कुछ हार गए थे। महाभारत का यह प्रसंग कम से कम यह सीख तो अवश्य देती है कि जुआ किसी का नहीं हुआ फिर भी शॉर्टकट में लखपति, करोड़पति बनने के लिए दमोह के अनेक स्थानों पर लाखों रुपए के दांव लगाए जा रहे हैं।
शुक्रवार शनिवार की दरम्यानी रात में जबेरा थाना क्षेत्र के जलहरी के पास चल रहे फड़ पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई जहां पर स्थानीय के अलावा अन्य जिलों से आए जुआरी भी पकड़े गए जिनके पास से ताश और करीब 2 लाख 38 हजार रुपए भी जब्त हुए। बताया जा रहा है यह फड़ लंबे समय से संचालित हो रहा था।
अगर सूत्रों की माने तो जबेरा थाना क्षेत्र के चंडीचौपरा गांव में और पथरिया पुलिस थाना से कुछ दूरी पर लंबे समय से जुआ का एक अड्डा बना हुआ है। यही नहीं पुलिस विभाग के मुखिया के कार्यालय के पास भी जुआ फड़ और कच्ची शराब का कारोबार होने की खबर है। यहां दोपहर से देर रात तक पूरी सुरक्षा के साथ जुआ फड़ संचालित हो रहे हैं। लेकिन पुलिस की इतनी हिम्मत नही है कि इन पर कार्रवाई कर सके।
इसी तरह के हाल देहात थाना के मड़ाहार, नोहटा थाना के अभाना गांव का है। सूत्रों की मानते तो यहां रोजाना दोपहर से फड़ शुरू हो जाता है जो देर शाम तक चलता रहता हैं। यहां अनेक दफा जगह बदल बदलकर फड़ संचालित किए जाते है जिसे रिक्स का नाम भी दिया गया है।
स्थानीय लोगों की माने तो जिले के बाहर से भी कई जुआरी दांव लगाने यहां आते हैं। अड्डा संचालक की ओर से जुआरियों की सुरक्षा से लेकर फड़ की जगह पर ही खाने पीने की चीजें मुहैया कराई जाती है।
धन की देवी लक्ष्मी का त्योहार दीपावली को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। इस त्योहार में धन दुगुना करने यानी जुआं में दांव लगाने वालों की संख्या बहुत अधिक रहती है। पेशेवर जुआरी लाखों रुपये दांव लगाते हैं। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने की बजाए पुलिस पर उन्हें शह देने के आरोप लग रहे है और पुलिस इन्हें पकडऩे कोई भगीरथ प्रयास नहीं कर रही है।