जिले में मछली पालन करने वाले किसानों को कुछ फर्जी कंपनियां मछली पालन के नाम पर राशि दोगुना करने का लालच दे रही हैं। इसके जरिए यह कंपनियां किसानों को आर्थिक नुकसान पहुंचा सकती है। मत्स्य विभाग ने किसानों को इन फर्जी कंपनियों से सावधान रहने की अपील की है।
दमोह – कुछ फर्जी संस्थाओं के द्वारा किसानों से मत्स्य पालन कार्य के लिए बड़ी धनराशि लेकर अंनुबंध कृषि (कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग ) एवं मत्स्य पालन कार्य में भूमि तथा धनराशि का निवेश करने के लिए प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक एवं निश्चित मासिक आय का प्रलोभन दिया जा रहा है। कलेक्टर तरूण राठी ने जिले के सभी किसानों एवं मत्स्य पालकों से मछली पालन के नाम पर राशि दुगनी करने हेतु इन फर्जी फिश कंपनी के संचालन से सावधान रहने की अपील की है।
कलेक्टर ने बताया कि मत्स्य पालन विभाग को जिले के मत्स्य पालकों से ज्ञात हुआ है कि अज्ञात फिश कंपनी किसानों से अपनी जमीन पर मछली के बडे कारोबार का प्रोजेक्ट लगाकर आय दुगना करने हेतु कान्ट्रेक्ट बेस फिश फार्मिग के नाम पर प्रति एकड 11 लाख रूपये इनवेस्ट करा रही है तथा लगभग 1 वर्ष मे राशि दुगना करने का प्रलोभन दे रही है। मछली पालन विभाग मे इस प्रकार की कोई योजना/फिश कंपनी प्रमाणित नही है, जो कि राशि जमा कर दुगना कर देती है और ना ही मछली पालन विभाग ऐसी फिश कंपनी द्वारा किये गये वादों को प्रमाणित करता है।
सहायक संचालक मत्स्योद्योग श्री प्रियंक श्रीवास्तव ने इस संबंध मे कहा है किसान एवं मत्स्य पालक ऐसे किसी भी प्रलोभन मे ना आये और ना ही दुगना करने के नाम पर फर्जी फिश कंपनियों को राशि दें, अन्यथा आप ठगी के शिकार हो सकते है, उन्होंने मत्स्य पालकों को आगाह करते हुए कहा कि मछली पालन के नाम पर यदि कोई राशि दुगना करने हेतु प्रलोभन देता है तो अविलम्ब जिला प्रशासन की जानकारी में लाएं ताकि संबंधितों पर कार्यवाही की जा सके। मत्स्य पालन विभाग द्वारा कंपनी के संचालन को प्रतिबंधित करने हेतु कार्यवाही की जा रही है।