Nishpaksh Samachar
ताज़ा खबर
अन्यक्राइमग्रामीण भारतताज़ा खबरनारद की नज़रव्यवसायस्थानीय मुद्दा

शराब पीने वालों को समझाइश, पिलाने वालों को खुली छूट, शाम ढलते ही होटल रेस्टोरेंट बन जाते हैं मयखाना

दमोह : शहर कोतवाली से चंद कदमों की दूरी संचालित हो रही शराब दुकानों में अगल बगल और आमने सामने होटल रेस्टोरेंट में गेस्ट नही बल्कि शराब पीने वालों का इंतजार होता है, यही हाल देहात थाना क्षेत्र और अन्य ग्रामीण इलाकों में स्थित होटल रेस्टोरेंट और ढावो का है।

जबकि बीतें कुछ दिनों से नशामुक्ति अभियान के तहत दमोह पुलिस मीडिया के साथ शराब दुकान के आसपास तलाशी अभियान भी चला रही है जहां शराब पीने वालों को समझाई देती नजर आती है लेकिन न तो पुलिस और न ही किसी अन्य ने शराब दुकान के आसपास की होटल रेस्टोरेंट संचालक से ग्राहकों को बिठाकर शराब पिलाने की अनुमति के संबंध में पूछा, जबकि जिले में कोराना काल में बंद हुए अहाता आज तक शुरू नहीं किए गए। न ही किसी शराब ठेकेदार ने अहाता की स्वीकृति ली है क्योंकि मिली जानकारी के अनुसार दुकान की कीमत का 2 फीसदी अलग से राशि अहाता संचालन करने के लिए देनी पड़ती है और यह फीस शराब दुकानदार को ही देनी होती है।

लेकिन शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस थाना और चौकियों से इन होटल और रेस्टोरेंट की दूरी चंद कदमों की होने के बावजूद पुलिस की कोई कार्रवाई न होना अनेक चर्चाओं को बल देता नजर आ रहा है।

इस मामले को लेकर जिला आबकारी अधिकारी रवींद्र खरे का कहना है कि जिले में किसी भी शराब ठेकेदार ने अहाता चलाने की अनुमति नहीं ली है, जो भी अहाता या फिर शराब दुकान के आसपास शराब पिलाई जा रही है वह सब अवैध है। और शराब ठेकेदार को ही अहाता चलाने की परमिशन मिलेगी किसी अन्य को नहीं।

Related posts

राजस्व अधिकारी-सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित उचित मूल्य दुकानों का सतत् निरीक्षण करते रहे- कलेक्टर चैतन्य

Nishpaksh

एमपी के सीएम शिवराज का सस्पैंड ऑन द स्पॉट जारी, दिया निर्देश: मैं निवाड़ी कलेक्टर को हटाता हूं, मुझे कई शिकायतें मिली।

Nishpaksh

लापरवाही की हद: जिले में कोरोना के एक्टिव केस 1600 के पार पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने लिया कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला

Nishpaksh

Leave a Comment