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नारद की नजर : 6 साल से अंधेरे में डूबा छात्रवास, बच्चें नही ले रहे एडमिशन

दमोह– जिले में जनजाति समाज के लिए चलाई जा रही प्रदेश सरकार की मुख्य योजना 4 साल से अंधेरे में है। बिजली न होने के कारण छात्र भी एडमिशन लेने से कतरा रहे है जिन्होंने एडमिशल लिया भी तो वह भाग गए। एक और तो सरकार जनजाति समाज के उत्थान की बात करती है। वहीं दूसरी ओर जिले के अधिकारियों की घोर लापरवाही सामने आई है। 

दरअसल पूरा मामला जिले के बनवार जनजाति बालक छात्रावास का है। जहां पिछले 6 वर्षों से बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ है। छात्रावास अधीक्षक राजकुमार तिलारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि 2016 में यह छात्रावास विभाग को हैंडओवर हो गया था। तभी से यहां छात्रावास का संचालन किया जा रहा है। चूंकि बिल्डिंग बनाने वाले ठेकेदार ने पहले से ही अस्थाई कनेक्शन लेकर रखा था। लेकिन वह अवैध था। इसकी जानकारी तत्कालीन जिला संयोजक पीके वर्मा को दी गई थी। तब उन्होंने शीघ्र ही कनेक्शन लगवाने की बात कही थी लेकिन उसके बाद उनका स्थानांतरण हो गया और फिर संयोजक के तौर पर रेखा पांचाल आ गई लेकिन कनेक्शन नहीं लग पाया और वर्तमान में उनका भी स्थानांतरण हो चुका है उसी अवैध कनेक्शन में ही 3 साल तक छात्रावास का काम चलता रहा। 

उन्होंने बताया कि 2019 में नोहटा विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने उसे अवैध घोषित करते हुए काट दिया और छात्रावास प्रबंधन पर बिजली चोरी का मामला भी बना दिया था। तभी से छात्रावास में बिजली नहीं है। उसके बाद 2 वर्ष कोविड के दौरान छात्रावास बंद रहा।

जानकारी के अनुसार छात्रावास में इसी साल सितंबर से प्रवेश प्रारंभ किया गया है। लेकिन बिजली ना होने के कारण छात्र एडमिशन लेने में रुचि नहीं दिखा रहे। अभी तक कुल 14 छात्रों ने ही प्रवेश लिया है। जिनमें से 5 छात्र बिजली की समस्या से परेशान होकर घर भाग गए। वर्तमान में 9 छात्र बड़ी मुश्किल से रुके हैं जिन्हें मोमबत्ती और दीपक की व्यवस्था अधीक्षक ने अपनी तरफ से की है। अधीक्षक द्वारा विभाग के अधिकारियों को भी कई बार पत्र लिखा जा चुका है। 4 साल से 30 हजार 962 रुपये की राशि मीटर लगाने के नाम पर नोहटा बिजली विभाग में जमा है। 

यह तो घोर अंधेर गर्दी है लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है बिजली न होने से छात्र रात को डर–डरकर समय काट रहे हैं। 

देखें पूरी खबर


इनका कहना है :
चूंकि सम्बंधित विभाग के अधिकारी का स्थानांतरण हो गया है मै अतिरिक्त प्रभार पर हूं आ
पके द्वारा बताया मामला बहुत ही गम्भीर है मैं आज ही दिखवाता हूँ: नाथूराम गौंड़ -अपर कलेक्टर दमोह

मुझे आए 4 माह ही हुए हैं। आपके द्वारा बताया गया मामला 2 साल से ज्यादा पुराना है। फिर भी मैं जानकारी लेकर बताता हूं कि छात्रावास में कनेक्शन क्यों नहीं हुआ: एम.के. चौधरी- अधीक्षण अभियंता (विद्युत विभाग) दमोह

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