



पथरिया – इन दिनों युवाओं की रगों में नशा बसता जा रहा है। दिनों दिन नशे की जड़ें मजबूत होती जा रही हैं। कभी चोरी छिपे बिकने वाले नशे का सामान, आज धड़ल्ले से खेतों में उगाया जा रहा और खुले आम बिकने भी लगा है।
ऐसा ही एक और मामला पथरिया थाना क्षेत्र का सामने आया है, बताया गया कि पुलिस ने मुखबिर से मिली सुचना के आधार पर खजरी ग्राम के टगर वाले हार के खेतों में अवैध गांजा के कुछ पेड़ लगे होने की खबर पर कारवाई की गई। पुलिस कारवाई में दर्जनों हरे-भरे गांजे के पेड़ खेत की मेढ़ो पर लहलहाते मिले। पथरिया थाना प्रभारी से मिली जानकारी अनुसार खजरी ग्राम के कल्याण सिंह 41 वर्ष, राघवेंद्र सींग 36 वर्ष, बाबू उर्फ़ बबलू 40 वर्ष यह तीनो एक साथ मिलकर राघवेंद्र सींग के खेत की मेढ़ पर गांजा के 71 पेड़ लगाये हुये थे जिनको नियमानुसार जब्त कर कारवाई की गई। गांजा का वजन 48 किलो और कीमत 2 लाख 40 हजार बताई गई।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पथरिया थाना की पहले हुई कारवाई की तरह इस कारवाई में भी हकीकत कागजी कारवाई से बिलकुल विपरीत थी सूत्र बताते है कि इस कारवाई में गांजा के करीब 100 पेड़ अलग-अलग स्थानों से जब्त किये गए थे जिनमे आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की गई थी जबकि आरोपी मात्र 3 और गांजा के पेड़ मात्र 71 बताये गये।
पुलिस की इस कारवाई से अनेक संशय पैदा हो रहे हैं जैसे इतनी बड़ी तादात में गांजा के बड़े बड़े पेड़ खेत की मेढ़ो पर लहलहाते रहे और बीट प्रभारी को भनक तक नहीं लगी। वही दूसरी ओर कुछ लोग मिलकर इतनी बड़ी संख्या में एक जगह पर गांजे के पेड़ क्यों लगाएंगे। संभवत इसी बिंदु को लेकर आरोपी जेल से आसानी से बाहर आ सकते हैं। बीते दिनों थाना क्षेत्र के सूखा गाँव में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आने की खबर थी जो पुलिस की कागजी कारवाई में कहीं सुनने नही मिला।
नशे के आदी युवाओं की बर्बादी का मंजर अब जिले में खुलेआम होने लगा है। अब युवाओं को नशा नहीं मिलने पर अपराध का रास्ता चुनते हैं, हो सकता है इसी वजह से जिले में अपराधिक घटनाओं मे इजाफा हुआ है। नशे के आदी युवक को नशा छुड़वाना भी मुश्किल हो जाता है कई बार नशे से शिकार हुए युवा जिंदगी से परेशान होकर मौत तक का रास्ता चुन लेते हैं।