Nishpaksh Samachar
ताज़ा खबर
अन्यग्रामीण भारतघटनाक्रमताज़ा खबरनारद की नज़रप्रादेशिकराजधानीराजनीति

अफसरशाही पर दमोह विधायक ने बयां किया दर्द..जन चौपाल में जन सुनवाई पर उठाये सवाल..!

nishpaksh samachar

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुशासन की बात करें या उसे धरातल पर लाने के लिए लाख योजनाएं बनाएं परंतु जिला स्तर पर कार्यरत अमला मुख्यमंत्री के योजना को किस तरह चपत लगा रहा है उसके दमोह में अनेक उदाहरण देखने मिल जायेंगे।

nishpaksh samachar
दमोह बिधायक की जन चौपाल

दमोह – आज दमोह विधायक अजय टंडन ने अफसरशाही को लेकर अपना दर्द बयां किया। क्षेत्र की जनता सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी परेशानी से अफसरों को सुनाते है। लेकिन ऐसे अनेक मामले है, जिनमे जनता को केवल आश्वाशन ही मिलता है। मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई की भी ऐसी ही हालत है। कभी कभी दमोह बिधायक अजय टंडन को खुद कलेक्ट्रेट के बाहर जन चौपाल लगाकर लोगों की समस्या को सुनना पड़ता है।

Read also :-  लापरवाही की हद: जिले में कोरोना के एक्टिव केस 1600 के पार पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने लिया कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला 

लोग बड़ी संख्या में अपनी समस्याएं लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान कुछ ऐसे लोग भी पहुंचे जो इससे पहले भी कई बार प्रशासन को अपनी शिकायतें बता चुके, लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई है। ऐसे ही कुछ लोग दमोह विधायक अजय टंडन के घर पहुंच गए और उन्हें अपनी समस्या सुनाई। जिस पर विधायक ने जनसुनवाई व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिए।

Read also :- अपनों के छोड़े गैरों के तोड़े..! हृदय स्थल घंटाघर अतिक्रमण की चपेट में, सीएमओ बोले देख लेंगे 

बिधायक ने कहा ग्रामीण रोज ही समस्या लेकर आते है और कलेक्ट्रेट में हर मंगल बार को जनसुनवाई होती है जब जनसुनवाई में कोई इन लोगों की बात को नहीं सुनता इनको केवल कागज थमा दिया जाता है, हर कागज का महत्त्व होता है लेकिन जब उस पर कोई कारवाई नही होती तो लोग उनके पास पहुँचते हैं।

Read also :- अवैध अतिक्रमण को वैध करने की तैयारी, नगर पालिका दमोह का दोहरा चरित्र 

उन्होंने बताया कि जामुन हटरी गाँव में जो नौरादेही अभ्यारण अंतर्गत हैं इस गाँव का विस्थापन होना है, परन्तु आज तक विस्थापित परिवारों को उचित मुआवजा नही मिला और न ही कोई आदेश मिला है। जिस समय विस्थापित परिवारों की सूचि बनाई जा रही थी, उस समय 18 साल से कम उम्र के बच्चों का नाम छोड़ दिया गया था। आज वह बच्चे 18 वर्ष की उम्र पूर्ण कर चुके हैं। जिनका अपना एक परिवार है। अभी तक पहले बनाई गई सूची के अनुसार विस्थापित परिवारों को मुआवजा तक नही मिला। अब जब मुआवजा राशी का वितरण हो तब इन 18 वर्ष की उम्र पूर्ण कर चुके वयस्कों को भी सूची में शामिल किया जाये इसके लिए उन्होंने अधिकारियों से बात कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है।

nishpaksh samachar
कलेक्ट्रेट में आयोजित जन सुनवाई

गौरतलब हो कि राज्य शासन द्वारा कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान बंद की गई जनसुनवाई आज पुनः प्रारंभ हुई। इस दौरान कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य सहित, अन्य ज़िला अधिकारी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए जनसुनवाई में नगर सहित दूरस्थ आंचलों से आये लोगो की समस्याए सुनी। आयोजित जनसुनवाई में 32 आवेदन आयें।  इन आवदनों को पंजीकरण उपरांत सबंधित विभागों को सौपा गया और समय-सीमा में निराकरण के निर्देश दिए गये।

नारद की नज़र- जिम्मेदारों की रग-रग में बसा भ्रष्टाचार, जनप्रतिनिधि बन गए करोड़पति, समस्या जस की तस

Related posts

50 हज़ार के इनामी हाजी याकूब कुरैशी बेटे इमरान के साथ दिल्ली से गिरफ्तार

Nishpaksh

विकास का नाम बीजेपी और सत्यानाश का कांग्रेस _जेपी नड्डा

Nishpaksh

भगवान वामन देव का प्रकटोत्सव समारोह धूमधाम से मनाया

Nishpaksh

Leave a Comment