



दमोह :- दमोह में कोरोना रूपी छुट्टा सांड खुल्लम खुल्ला घूम रओ, दमोह के बज्र ढीठ और लापरवाह मानवों अब तो कम से कम अपने मौ पे मास्क रूपी मसूका लगा लो, जेब में सैनेटाइजर रख लो, दो गज की दूरी से चुनावी बातें बतियाओ और नेताओं को गरियाओ। खूब कोसो और खूब देओ आशीर्वाद लेकिन खुद को बचाने के लिए दूरी बनाना जरूरी है।
नारद की नजर में तो दमोह जिले में एक ही जगह के मानव दिखाई दिए जिन्हें अपनी और अपनों की चिंता है, वह हटा से कुछ दूरी पर कुसमरिया के बगल को गांव हिनौता, जहां लोगों ने शनिवार को स्वेच्छा से लॉकडाउन रख लिया लोग बगैर काम के बाहर निकले ही नहीं, लेकिन दमोह शहर के बज्र ढीठ मुंह पर मास्क नहीं लगा रहे हैं, 20 रुपया को एक बार में पाउच गुटखा खा रहे लेकिन 5 रुपया को मास्क नहीं खरीद रए। मास्क का ठेका अधिकारियों ने लिया तो घर से बेशर्मों की तरह बाहर निकल रए। अधिकारी मिल रहे तो खींसे निपोरत भए मास्क ले रए और आगे जाके जेब में धर रए हैं।
दमोह शहर के कछु लोग तो मान रए कि दमोह में कोरोना अभी जवान नहीं हुआ है, 11 अप्रेल है सो 11 साल का हुआ, 18 साल को जवान होगा। यानि इनके मन में यह धारणा बन गई है कि जब लॉकडाउन लग है तो हम मास्क लगे हैं। खाली सड़कों पर मास्क लगाके मेडिकल के बहाने बाहर निकल हैं और पुलिस वालों से चै-चै कर हैं, लेकिन खुद ही अपना योगदान न दे हैं।
दोष चुनाव का नहीं तुमाओ है :- कोरोना को दमोह में फैलवे को भले ही तुम चुनाव को दोष मंडरए हो लेकिन सीएमएचओ डॉ. संगीता त्रिवेदी जब से बार-बार चिल्ला रई जब इक्का-दुक्का मरीज आ रए थे। कोरोना गओ नहीं 6 महीने तक मेहमानी कर है, उनकी बात कोऊ ने नई सुनी, मास्क बांध लओ, जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज लगवाया वह भी अपने आपको मानने लगे कि अब उन्होंने बुलेट प्रूफ जाकिट वैक्सीन की पहन लई है अब उनको कोई कछु नहीं बिगाड़ सकत है, लेकिन कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना गाइड लाइन का पालन करना जरुरी बताया जा रहा है। जिसका अमल कोई नहीं कर रहा है।
जी पे बीत रई ओई जान रओ कोरोना :- बुंदेली में एक कहावत है जी की फटी न बिबाईं वो का जाने पीर पराई। दमोह के बज्र ढीठ मानवों मास्क को अपनी शान के खिलाफ समझने वालो जी के घर कोरोना आओ है, जिन्होंने अपनो को खोओ है, जिनके बाल बच्चे अस्थाई जेल कोविड सेंटरों में ठूंसे गए उनसे पूछो कोरोना का कहाउत है। इसलिए नारद की दमोह के ढीठ ब्रज मानवों से अपील है कि मुंह में मास्क लगाओ, जेब में सैनेटाइजर रखो, दो गज की दूरी से बात करो। कर्म करो लेकिन अपनी सुरक्षा भी करो। चुनाव में नारे लगाओ लेकिन दूरी बनाओ।
पढ़ते रहे निष्पक्ष समाचार: नारायण, नारायण, नारायण