



इंसान के अंदर अगर काम को अंजाम देने की इच्छा हो तो परिस्थितियां कैसी भी हो वो लक्ष्य प्राप्त कर समाज के सामने उदाहरण भी प्रस्तुत करता है। ऐसा ही द्रष्टान्त पेश किया है
दमोह: पुलिस सेवा में पिछले 23 वर्षों से पदस्थ अनिल रजक ने, जो सर्विस के साथ कृषि के क्षेत्र में नई संभावनाएं ढूंढते रहते है और आय के जरिये भी बनाते है। इन्होंने खेत के छोटे से हिस्से में कुछ वर्ष पहले 30 अमरूद के झाड़ और 35 आंवला के पेड़ लगाए थे जिससे इस सीजन में 40-45 हजार रुपये की कमाई भी हुई, जिस जगह पर अमरूद के झाड़ लगाए वहां की जमीन में आद्रता बनी रहे इसलिये पशुओं के लिए सुपाच्य भोजन बरसीन भी लगा दी और बेल वाली सब्जी भी लगा दी है गर्मियो में छांव और ठंडक भी इन्हें मिलती रहती है और पेड़ के गिरे हुए पत्ते खाद का काम करते है।खेत की सीमा पर लगभग 80 सागौन के बृक्ष लगाए थे जो अब बड़े हो चुके है और खेती में नुकसान भी नहीं होता है भविष्य में ये नींबू के 300 पौधे लगाने की भी तैयारी कर रहे है। वे कहते है कि दृढ़ इच्छाशक्ति से अगर कार्य को अंजाम दिया जाए तो सफलता जरूर मिलती है लगन और मेहनत से धनोपार्जन भी किया जा सकता है।