



व्यापारी पर फैका जा रहा मैला, तो मंत्री के खास पर सरकारी जमीन पर कब्जा और जुआफड़ से कमीशन लेने के भी आरोप !
निष्पक्ष समाचार- नितिन चौबे
दमोह – नरवर की रानी दमंयती जो कि राजा नल की पत्नि थी, के नाम से जाना जाने वाले दमोह जिले की संस्कृति को न जाने किसकी नजर लग गई। पिछले करीब एक माह से मीट मार्केट हटाने को लेकर दो पक्षों विवाद के बाद बिगड़ी फिजा में नफरत का ऐसा जहर घुला कि लोग एक दूसरे पर मैला तक उछाल रहे हैं। अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के चक्कर में नेता यह भी भूल गए कि उनके इस कारनामें से शहर की आवाम के बीच क्या संदेश जाएगा।
उपचुनाव के लिए सीएम ने 5 मंत्री मैदान में उतारे…
कुछ ही दिनों में दमोह विधानसभा का उपचुनाव होने वाला है जिसके चलते दमोह क्षेत्र में लगभग हर दिन लाल बत्तियां का काफिला दमोह के सर्किट हाउस से लेकर जिले के हर एक गांव तक पहुंच रहा है। विधानसभा उपचुनाव के दंगल जीतने के लिए प्रदेश के मुखिया ने अपने दिग्गजों को मैदान में उतार दिया है। इनमें मंत्री भूपेन्द्र सिंह, रामखिलावन पटेल, बिसाहूलाल, भारतसिंह कुशवाहा और प्रद्युम्न सिंह लोधी शामिल हैं। शिवराज के ये मंत्री शहर से लेकर गांव की तंग गलियों में भ्रमण कर मुख्यमंत्री की घोषणाओं के क्रियान्वयन की सुध ले रहे हैं। साथ ही स्थानीय लोगों की नब्ज भी टटोल रहें हैं। ऐसे में शहर की इस दुर्दशा से प्रदेश में जिले का कितना नाम होगा..?
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राजनीतिक गुणा-भाग पर बुद्धजीवियों का कटाक्ष…
राजनीतिक माहौल के बीच चौक चौराहे पर बुद्धजीवियों को सिस्टम पर कटाक्ष करते हुए शहर की दुर्दशा के लिए नेताओं और अफसरशाही के लिए खरीखोटी कहते देखा जा सकता है। दुखद बात तो यह है राजनीतिक गुणा-भाग के चक्कर में आए दिन बंद, ज्ञापन रैलियों से शहर की कानून व्यवस्था खासी प्रभावित हो रही है। जबकि जिले में अपराधों का ग्राफ भी लगातार बढता हुआ नजर आ रहा है।
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जिले में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ…
संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल के लोकसभा क्षेत्र की संस्कृति ऐसी पहले नहीं थी। एक तरफ व्यापारी के प्रतिष्ठान में घुसकर उसे मैला से नहलाया जा रहा है तो दूसरी तरफ व्यापारियों का संगठन एक समाज विशेष के नेताओं पर जुआफड़ो से चौथ वसूली के आरोप खुलेआम लगा रहे हैं। तो वहीं दूसरा पक्ष भी व्यापारियों के संगठन के मुखिया पर शहर के आसपास की बेशकीमती जमीनों पर अवैध कब्जा, अतिक्रमण के आरोप लगा रहा है। यह दोनों तरह के लोग केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के खाश हैं और आरोपी बाकायदा मंच से इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। तो इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है..?