भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में फैसला किया गया कि, कर्नाटक सहित चार राज्यों में, जहां विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं, ऐसे भाजपा शासित राज्यों में पार्टी केंद्र-राज्य सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाएगी। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चहेरा आगे कर चुनाव लड़ेगी। चुनावी जंग को ध्यान में रखकर पार्टी यहां शुरुआत में किसी भी बदलाव से दूर रहेगी.
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि क्षेत्रीय नेतृत्व मिलकर तैयारी करे और केंद्रीय नेतृत्व उनकी मदद करेगा। हालाकिं इस बैठक में साल के अंत में मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ समेत जिन राज्यों में चुनाव होने वाले है उनके बारे में कोई विचार नहीं हो पाया है।
राज्य में चार मंत्री पद खाली हैं
पार्टी नेताओं के मुताबिक, बैठक में मध्य प्रदेश संगठन से मांगी गई रिपोर्ट पर भी चर्चा नहीं हो सकी. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार पर जल्द फैसला हो सकता है. फिलहाल चार मंत्री पद खाली हैं। और कुछ मंत्रियों को बदला भी जा सकता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बुलाई मंत्रियों की बैठक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को सभी मंत्रियों के साथ बैठक कर एक फरवरी से शुरू हो रही विकास यात्रा की कार्ययोजना पर चर्चा करेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री विधायकों से भी बात करेंगे. शाम को लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव के साथ मुख्यमंत्री जबलपुर में 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करेंगे.
विकास कार्यों के संबंध में विधायकों से राय ले रहे है मुख्यमंत्री
विकास कार्यों को संबंध में मुख्यमंत्री विधायकों से फीडबैक ले रहे हैं. बुधवार को मंत्रियों के साथ बैठक के बाद बाकी विधायकों से चर्चा की जाएगी. जिसमें उनके विधानसभा क्षेत्र में होने वाले कार्यों की प्राथमिकता पूछी जाएगी। दरअसल, सरकार ने विधायकों से विधानसभा क्षेत्र में 15 करोड़ रुपये तक के कार्यों के प्रस्ताव मांगे थे. ज्यादातर विधायकों ने अपनी प्राथमिकताएं बता दी हैं, जिन्हें अब अंतिम रूप दिया जाएगा।