प्रतिबंध के बावजूद चीन से 300 करोड़ का कीटनाशक खरीदने के मामले में बवाल मच गया है, इस मामले का खुलासा होते ही गुजरात, महाराष्ट्र सहित मध्यप्रदेश के ठिकानों पर डीआरआइ ने छापामार कार्रवाई की है, बताया जा रहा है कि इस मामले में पूरा लेन देन हवाला के माध्यम से किया गया है। जिसमें मध्यप्रदेश के रतलाम के एक कारोबारी की भी गिरफ्तारी हुई है।
जानकारी के अनुसार सस्ते केमिकल की आड़ में चीन से 300 करोड़ रुपए के प्रतिबंधित कीटनाशकों का आयात करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) ने किया है। सूचना पर डीआरआइ ने नवी मुंबई के न्हावा शेवा, गुजरात के सूरत व मध्य प्रदेश के रतलाम के ठिकानों पर तलाशी ली।
जांच में पता चला कि पूरा लेन-देन हवाला के जरिए किया गया। मामले में सूरत के दो व रतलाम के एक कारोबारी की गिरफ्तारी हुई है।
डीआरआइ को सूचना मिली कि न्हावा शेवा पोर्ट में विनाइल एसीटेट एथिलीन कॉपोलिमर की जगह चीन से प्रतिबंधित कीटनाशक आया है।
इसके बाद आरोपी प्रवीण पाटीदार (रतलाम ) के नरीमन सोसायटी स्थित घर और व्योम फर्टिलाइजर्स एंड एग्रोकेमिकल, वेदांता एग्रोटेक व वैष्णवी फिनकेम के ठिकानों पर तलाशी ली गई। पाटीदार के तार सूरत के राजेश श्यामजीभाई वसोया और एस वसोया से जुड़े। आरोपी विनाइल एसीटेट एथिलीन कोपॉलिमर के नाम पर नैनो केके, कोराजेन और इमामेक्टिन बेंजोनेट का अवैध रूप से आयात कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि नैनो केके कीटनाशक बोर्ड की सूची में शामिल नहीं है। ऐसे में प्रतिबंध के बावजूद इस प्रकार से खरीदे गए कीटनाशक के आयात के कारण ये बड़ी कार्रवाई हुई है।